फोर्ट कोच्चि का क्राफ्ट बाज़ार – केरल की सांस्कृतिक आत्मा की एक यात्रा
फोर्ट
कोच्चि का क्राफ्ट बाज़ार – केरल की सांस्कृतिक आत्मा की एक यात्रा
लेखक: अशोक करन | फोटो व कहानी:
ashokkaran.blogspot.com
केरल
की एक यात्रा के
दौरान, मुझे अपने प्रिय
मित्र शाजी जोसेफ की
गर्मजोशी भरी मेहमाननवाज़ी का
अनुभव हुआ। उन्होंने न
सिर्फ़ मुझे एक कार
दी, बल्कि एक स्थानीय मलयाली
गाइड की भी व्यवस्था
की—एक अनमोल साथी
जिसने मुझे क्षेत्र को
समझने और स्थानीय लोगों
से उनकी भाषा में
जुड़ने में मदद की।
हमारी
यात्रा ने हमें केरल
के हृदय से होकर
गुज़ारा: कोट्टायम के हरे-भरे
दृश्य, फोर्ट कोच्चि की विरासत से
समृद्ध गलियां, और एर्नाकुलम का
जीवंत शहर। हमने हर
पल का आनंद लिया—शांत बैकवाटर में
क्रूज़िंग, ताज़ा नारियल पानी पीना, और
केरल के लज़ीज़ और
विविध व्यंजनों का स्वाद लेना।
कई वर्षों बाद फोर्ट कोच्चि
लौटना एक भावुक और
आश्चर्यजनक अनुभव था। शहर का
दृश्य बदल गया है—अब तट के
किनारे नई इमारतें खड़ी
हैं, जिससे यह कभी शांत
रहने वाला तटीय कस्बा
अब और आधुनिक लगने
लगा है, लेकिन अपनी
खासियत और आकर्षण को
अभी भी बनाए हुए
है। पुर्तगाली प्रभाव अभी भी वास्तुकला
और रोज़मर्रा की ज़िंदगी में
खूबसूरती से झलकता है।
वास्को डा गामा की
समाधि और इस शहर
से जुड़े प्रसिद्ध गायक येसुदास की
विरासत फोर्ट कोच्चि को सांस्कृतिक नक्शे
पर मज़बूती से बनाए हुए
है।
फोर्ट
कोच्चि की संकरी गलियों
में घूमते हुए मैंने एक
स्थानीय हस्तशिल्प दुकान में एक आकर्षक
लकड़ी की संरचना देखी—यह एक 'स्नेक
बोट' या चुंदन वल्लम
थी, जो केरल की
प्रसिद्ध नाव दौड़ों में
उपयोग की जाती है।
चंपाकुलम बोट रेस, जो
अलप्पुझा ज़िले के सुंदर गांव
चंपाकुलम में होती है,
इन जीवंत आयोजनों में सबसे पुरानी
और प्रतिष्ठित मानी जाती है।
फोर्ट
कोच्चि न केवल अपने
इतिहास के लिए प्रसिद्ध
है, बल्कि पारंपरिक हस्तशिल्प और नावों से
जुड़ी कलाकृतियों के लिए भी
जाना जाता है। यहाँ
आगंतुकों को मिनिएचर स्नेक
बोट्स और केट्टुवल्लम (पारंपरिक
हाउसबोट्स) के मॉडल चीनी
मछली पकड़ने के जाल और
मुख्य बाज़ार की गलियों के
पास मिल जाते हैं।
ये हाउसबोट्स, जिन्हें कभी चावल और
मसालों के परिवहन के
लिए उपयोग किया जाता था,
अब केरल पर्यटन का
प्रतीक बन चुके हैं।
अंजीली लकड़ी (जंगली कटहल के पेड़)
से बनी और नारियल
की रस्सियों से बांधी गई
ये नावें पारंपरिक नाव निर्माण कला
की उत्कृष्ट मिसाल हैं। केट्टुवल्लम्स के
ज़रिए केरल के बैकवाटर
की यात्रा एक अद्वितीय अनुभव
है, कुछ-कुछ कश्मीर
की डल झील की
हाउसबोट्स की तरह।
फोर्ट
कोच्चि में आपको दूर
जाने की ज़रूरत नहीं—हर आकार की
हाउसबोट्स यहाँ खड़ी मिलती
हैं, जो रातभर ठहरने
या दिन भर की
क्रूज़ यात्रा का विकल्प देती
हैं। कुछ पर्यटक तो
पारंपरिक होटलों के बजाय इन्हें
ही पसंद करते हैं,
ताकि बैकवाटर की शांति का
पूरा आनंद लिया जा
सके।
बैकवाटर
यात्रा की योजना बना रहे हैं?
फोर्ट कोच्चि और एर्नाकुलम के
बीच नियमित फेरी सेवाएं एक
किफायती विकल्प हैं। एक गहरा
अनुभव चाहें तो फोर्ट कोच्चि
से आयोजित बैकवाटर टूर आपको अल्लेप्पी
और उसके आगे के
मनमोहक नहरों व शांत वातावरण
तक ले जाते हैं।
हाउसबोट
स्टे – त्वरित सुझाव और लागत मार्गदर्शिका:
- मानक 1-बेडरूम हाउसबोट: ₹9,000 प्रति रात
- डीलक्स (मल्टी-बेडरूम):
₹15,000–₹25,000 प्रति
रात
- लक्ज़री हाउसबोट: ₹25,000+ प्रति रात
अधिकांश
पैकेज में स्वादिष्ट भोजन
शामिल होता है। विशेष
रूप से पर्यटन सीजन
में पहले से बुकिंग
की सिफारिश की जाती है।
केरल
के बैकवाटर आपका इंतज़ार कर
रहे हैं—चाहे एक
रात के लिए या
कई दिनों की यात्रा हो,
यह अनुभव अविस्मरणीय रहेगा।
📸 फोटो कैप्शन: फोर्ट कोच्चि के एक क्राफ्ट
म्यूज़ियम में शान से
खड़ी एक भव्य लकड़ी
की स्नेक बोट, केरल की
समृद्ध समुद्री परंपरा को दर्शाती है।
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Nice photography.
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