फ्लिंडर्स स्ट्रीट रेलवे स्टेशन – मंदिर जैसी खूबसूरती से सजा एक शानदार स्थल
फ्लिंडर्स स्ट्रीट रेलवे स्टेशन – मंदिर जैसी खूबसूरती से सजा एक शानदार स्थल 🚉✨
ऑस्ट्रेलिया की यात्रा के दौरान मुझे मेलबर्न जाने का एक बेहतरीन अवसर मिला। न्यूकैसल से मेलबर्न तक की मेरी यात्रा पाँच दिनों तक चली और अपने प्रिय कैमरे के साथ मैंने शहर के प्रमुख और ऐतिहासिक स्थानों की खोज की। उन अविस्मरणीय अनुभवों में से एक था फ्लिंडर्स स्ट्रीट रेलवे स्टेशन – एक मनमोहक संरचना जिसने पहली ही नज़र में मेरा ध्यान खींच लिया। खास बात यह है कि इसकी वास्तुकला मुझे भारत में देखे हिंदू मंदिरों की याद दिला गई!
यह स्टेशन फ्लिंडर्स स्ट्रीट और स्वान्स्टन स्ट्रीट के व्यस्त चौराहे पर, यारा नदी के पास स्थित है। यह न केवल एक परिवहन केंद्र है, बल्कि वास्तुकला की दृष्टि से एक शानदार धरोहर और सांस्कृतिक प्रतीक भी है। अपनी आकर्षक पीली बाहरी दीवार, हरे तांबे के गुम्बद और भव्य घड़ी टावर के साथ यह मेलबर्न का केंद्रीय रेलवे स्टेशन है, जो स्थानीय लोगों और पर्यटकों के मिलने का लोकप्रिय स्थल बन चुका है।
फ्लिंडर्स स्ट्रीट स्टेशन की मुख्य विशेषताएँ:
• 📍 पहचानी जाने वाली बाहरी बनावट – सुंदर पीला रंग, मेहराबदार प्रवेश द्वार और हरा तांबे का गुम्बद इसे विशिष्ट बनाते हैं।
• ⏰ प्रसिद्ध घड़ी टावर – एक लोकप्रिय स्थल जहाँ लोग मिलने के लिए जुटते हैं।
• 🚂 विश्व का चौथा सबसे लंबा प्लेटफॉर्म – 708 मीटर लंबा, यह दुनिया के सबसे बड़े प्लेटफॉर्म में शामिल है।
• 📜 ऐतिहासिक शुरुआत – 1854 में ऑस्ट्रेलिया के पहले रेल स्टेशन के रूप में खोला गया और अपनी पहली स्टीम ट्रेन के साथ शुरुआत की।
• 🏛 धरोहर सूचीबद्ध वास्तुकला – वर्तमान संरचना 1910 में पूरी हुई और आज भी एक महत्वपूर्ण सांस्कृतिक एवं वास्तु धरोहर है।
उपयोगी जानकारी:
• 🚆 केंद्रीय रेलवे केंद्र – मेलबर्न की महानगरीय और क्षेत्रीय रेल लाइनों को जोड़ता है।
• 🌍 पर्यटकों का आकर्षण – शहर के किनारे पर स्थित यह स्थल पर्यटकों और यात्रियों दोनों को आकर्षित करता है।
• 👥 क्षमता – प्रति सप्ताह लगभग 1,05,000 यात्रियों और 1,500 ट्रेनों को संभालता है।
मूल रूप से इसका नाम मेलबर्न सिटी टर्मिनस था और इसे सर चार्ल्स होथम द्वारा उद्घाटन किया गया। वर्षों में यह एक साधारण स्टीम इंजन केंद्र से विकसित होकर ऑस्ट्रेलिया का सबसे व्यस्त और आधुनिक रेलवे स्टेशन बन गया। रोचक बात यह है कि 1899 में इसका पुनर्निर्माण करने के लिए एक वैश्विक डिज़ाइन प्रतियोगिता आयोजित की गई थी, जिसमें दुनिया भर से प्रविष्टियाँ आईं। विजेता डिज़ाइन – जिसमें बड़ा गुम्बद और घड़ी टावर शामिल था – रेलवे कर्मचारियों जे.डब्ल्यू. फॉसेट और एच.पी.सी. एशवर्थ द्वारा तैयार किया गया और उन्हें £500 का पुरस्कार मिला।
साल 2024 में मेलबर्न के फ्लिंडर्स स्ट्रीट स्टेशन को प्रिक्स वर्साय द्वारा विश्व के सबसे सुंदर यात्री स्टेशनों में शामिल किया गया, और यह श्रेणी में मान्यता प्राप्त एकमात्र ऑस्ट्रेलियाई परियोजना बन गया।
एक रोचक लोककथा:
कहा जाता है कि 1850 में लंदन से दो वास्तु चित्र भेजे गए थे – एक फ्लिंडर्स स्ट्रीट स्टेशन के लिए और दूसरा मुंबई के विक्टोरिया टर्मिनस (अब छत्रपति शिवाजी टर्मिनस) के लिए। गलती से ये दोनों डिज़ाइन आपस में बदल गए थे! माना जाता है कि यही कारण है कि फ्लिंडर्स स्ट्रीट स्टेशन मंदिर जैसा दिखाई देता है जबकि CST चर्च जैसा प्रतीत होता है!
📸 टेक्स्ट और तस्वीरें – अशोक करन
🌐 ashokkaran.blogspot.com
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