खाद्य फूल – परंपरा और यादों का स्वाद

 


खाद्य फूलपरंपरा और यादों का स्वाद 🌼🥒
एक सुबह पत्नी के साथ टहलते हुए हमारे ध्यान में एक साधारण लेकिन बेहद सुंदर दृश्य आया। सड़क के किनारे एक महिला बैठी थी, जिसके सामने ताजा तोड़े हुए कद्दू के फूल, हरी लौकी और अन्य सब्जियाँ साफ-सुथरी ढेर में रखी थीं। जिज्ञासा से मैंने उनकी कीमत पूछीऔर आश्चर्यजनक रूप से काफी उचित! केवल 10 रुपये एक गुच्छा! मैं खुद को रोक नहीं पाया और कुछ चमकीले पीले कद्दू के फूल और ताजगी से भरी कुछ सब्जियाँ खरीद लीं।

उन कद्दू के फूलों को देखते ही मैं सीधे अपने बचपन में पहुँच गया। मुझे याद आया कैसे मेरी माँ हमारे पिता के क्वार्टर के रसोई बगीचे से ये फूल चुनती थीं, जहाँ हम भाई-बहन साथ रहते थे। भले ही उनका बचपन गाँव में बीता हो, लेकिन उनके पकाने के हुनर का कोई मुकाबला नहीं था। गैस चूल्हों की सुविधा होने पर भी वे कोयला, लकड़ी और गोबर के उपलों पर स्वादिष्ट भोजन बनाती थीं, जो हमें बार-बार खाने का मन कराता था। खासकर कद्दू के फूल, जिन्हें मोटे बेसन के घोल में डुबोकर सुनहरा तला जाता थावो स्वाद आज भी मेरी यादों में बसा है। मेरी जीवनसंगिनी भी वही कर रही है, जैसे मेरी माँ के कदमों पर चल पड़ी हो।


क्यों खास हैं कद्दू के फूल 🌱
कद्दू के फूल अपनी चमकीली पीली या पीली-नारंगी पंखुड़ियों के साथ सिर्फ सुंदर नहीं, बल्कि पोषण से भरपूर होते हैं। इनमें विटामिन A और C, फोलेट, मैग्नीशियम, सेलेनियम, कैल्शियम और आयरन भरपूर मात्रा में मिलता है। इनकी हल्की मिठास और सब्ज़ियों जैसी स्वादिष्टता, जो कद्दू के फल जैसी होती है, इन्हें कई व्यंजनों में उपयोगी बनाती है।

ये खाने योग्य फूल भारत, मैक्सिको और बंगाल में खास तौर पर लोकप्रिय हैं। इन्हें कई व्यंजनों में इस्तेमाल किया जाता है जैसे:
फ्रिटर्स (फूल बरा या पकौड़े)
स्टर-फ्राई (हल्की भुजिया)
भरवां और तली हुई तैयारी
क्वेसाडिया (मैक्सिकन व्यंजन में)

कद्दू के पौधे पर नर और मादा दोनों फूल आते हैं। मादा फूल को उसके आधार पर छोटे फल से पहचाना जाता है। परागण के बाद केवल मादा फूल ही कद्दू में बदलते हैं। नर फूल सुबह जल्दी खिलते हैं और आम तौर पर पकाने के लिए तोड़े जाते हैं।


त्वरित सुझाव
सिर्फ नर फूल ही तोड़ें, क्योंकि मादा फूल छोटे कद्दू से जुड़े होते हैं।
कद्दू के फूल सलाद में ताजे इस्तेमाल करें या हल्का भूनें।
इनमें कोलेस्ट्रॉल, चीनी और संतृप्त वसा कम होती है, जबकि पोटैशियम और एंटीऑक्सीडेंट का अच्छा स्रोत है।


मज़ेदार कद्दू तथ्य 🎃
कद्दू, विंटर स्क्वैश परिवार से हैं।
दुनिया का सबसे बड़ा कद्दू 2,749 पाउंड (लगभग 1,246 किग्रा) का था!
लौकी परिवार विशाल और विविध है।
जापान में कद्दू पर आधारित एक अनोखा खेल भी है!
कद्दू के फूल सुबह जल्दी खिलते हैं और दोपहर तक बंद हो जाते हैं।
परागण के बाद केवल मादा फूल ही फल देते हैं।
कद्दू को पकने में सामान्यतः 100 दिन लगते हैं, जबकि कुछ विशाल कद्दू 120 दिन तक लेते हैं।
स्वस्थ कद्दू को सही तरीके से रखने पर तीन महीने से एक साल तक उपयोग में लाया जा सकता है।
भारत में कद्दू को भूनकर, करी में पकाकर या मीठे रूप जैसे बटरनट स्क्वैश के तौर पर खाया जाता है।


एक स्वादिष्ट परंपरा जिसे संजोएँ ❤️
कद्दू के फूल एक ऐसा व्यंजन हैं जिन्हें हर कोई पसंद करता है। ये सिर्फ स्वादिष्ट नहीं, बल्कि पोषण से भरपूर और परंपरा में रचे-बसे हैं। भले ही इन्हें भूनें, तलें या करी में डालेंये यादें ताजा करते हैं, प्रकृति के उपहार का उत्सव मनाते हैं और रोज़मर्रा के भोजन में सेहतमंद स्वाद जोड़ते हैं।

📸 तस्वीर में: ताजे कद्दू के फूलों का गुच्छा, जो पकाने और स्वाद लेने के लिए तैयार है।


लेख और फोटोअशोक करन
🌐 ashokkaran.blogspot.com
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